आज बॉलीवुड में ज्यादातर एक्टर साल में एक या दो फिल्मे करते है, अक्षय कुमार को छोड़ दे तो और वो भी हिट हो इस बात की कोई गारंटी नहीं। लेकिन अमिताभ बच्चन को बॉलीवुड का बादशाह उनके ऊँचे ओहदे की वजह से नहीं कहा जाता बल्कि उन्होंने अपने फ़िल्मी करियर में वो करके दिखाया जो न तो बॉलीवुड और न ही दुनिया के किसी और एक्टर ने किया होगा।
अक्टूबर 1978 , अमिताभ बच्चन का करियर अपने रिकॉर्ड ब्रेकिंग फेज में था जब इस अभिनेता की एक महीने लगातार चार फिल्मे रिलीज़ हुई और वो सभी हिट साबित हुई।
आज दर्शक स्क्रीन पर अलग अलग एक्टर और स्टोरी देखना पसंद करते है लेकिन यह ऐसा समय था जब दर्शक सिर्फ एक महीने के अंतराल में चार अलग-अलग कहानियों में सिर्फ एक ही शख्स को देखना चाहते थे। इन बैक टू बैक रिलीज़ होने वाली फिल्मों में ‘मुक्दर का सिकंदर,’ ‘कस्मे वादे,’ ‘डॉन’ और ‘त्रिशूल’ थीं।
दिलचस्प बात यह है कि इनमें से दो फिल्मे कसमे वादे और डॉन में अमिताभ बच्चन के डबल रोल थे। एक और खास बात यह थी कि डॉन को छोड़कर, सभी तीन फिल्मों में अमिताभ बच्चन के ऑपोसिट एक्ट्रेस राखी को कास्ट किया गया था।
सभी चार फिल्मों को चार अलग-अलग निदेशकों द्वारा निर्देशित किया गया था,वही स्टारकास्ट के साथ लेकिन चार अलग अलग कहानियो में और सभी फिल्मो में अमिताभ बच्चन के चार अगल अलग रूप देखने को मिले।
एक महीने में स्क्रीन पर अमिताभ बच्चन के इतने बार दिखने के बाबजूद भी , दर्शकों ने सभी चार फिल्मों को प्यार दिया। ये थी अमिताभ बच्चन के स्टारडम की ताकत।