हमारे आस पास हम रोज ऐसे चीज़े देखते है जो हमे किसी न किसी तरह से प्रभावित करती है। ये चीज़े अगर सरकारी संस्था से जुडी हो तो फिर ये जानना हमारे लिए और भी ज्यादा जरुरी होता है क्योकि कब किस परीक्षा में ये सवाल पूछ लिए जाए और हमारे आगे से ऐसे मौके निकल जाए जब ये जानकारी हमारे लिए महत्वपूर्ण हो सकती थी।
बात अभी कुछ ऐसे फेमस logo की हो रही है जिन्हे हम बहुत ही अच्छे तरीके से जानते है और पहचानते है पर उसके पीछे की कहानी और उसे बनाने वालो का जायदातर लोगो को नहीं पता होता। इनमे से कुछ लोगो तो ऐसे जो रोज हमे नजरो के सामने आते है। जानते है ऐसे ही कुछ logo के बारे में….
दूरदर्शन का LOGO
इस LOGO को देवाशीष भटाचार्य ने तब बनाया था जब वे नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ़ डिज़ाइन(NID)में विसुअल कम्युनिकेशन के छात्र थे। दरअसल देवाशीष और उनके सहपाठियो को क्लास एक्सरसाइज में लोगो बनाने का काम दिया गया था और इसी क्लास एक्सरसाइज के दौरान देवाशीष भटाचार्य ने दूरदर्शन का ये लोगो बनाया बनाया था।
15 सितम्बर 1959 में लोगो ने अपने फर्स्ट लांच का सेलिब्रेशन मनाया। इसी साल इंडिया मे टेलीविज़न पहली बार आया था और उस साल 180 टीवी बेचीं गई थी। दूरदर्शन दुनिया का सबसे बड़ा ब्राडकास्टिंग आर्गेनाइजेशन है (स्टूडियो और ट्रांसमिशन डेवलपमेंट के तौर पर) .
मेक इन इंडिया LOGO
मेक इन इंडिया का लोगो बनाने वाले वी सुनील को इस लोगो के लिए काफी सरहाना मिली थी। भारत के राष्ट्रीय पशु बाघ है और फिर इसी श्रेणी में लायन को भी इस LOGO के माध्यम से नेशनल सिंबल बना लिया गया। ये LOGO प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मेक इन इंडिया प्रोग्राम को दुनियाभर में प्रचारित करने के लिए बनाया गया था।
LOGO का डिज़ाइन इंडिया की मैन्युफैक्चरिंग कैपेसिटी , प्राइड और पावर को दिखता है।
इंडियन रुपए का सिंबल
दुनियाभर की सभी बड़ी इकॉनमी के पास करेंसी सिंबल था और इसी श्रेणी में भारत को भी अपने करेंसी के पहचान के लिए ऐसे ही किसी सिंबल की जरुरत थी जो हमारे रुपए के छवि दिखा सके।
और इस कमी को पूरा किया आईआईटी बॉम्बे के पोस्ट ग्रेजुएट छात्र धर्मालिंगम उदय कुमार ने जिन्होंने 2010 में इस लोगो को बनाया। उदय कुमार इस लोगो के पीछे का कांसेप्ट बताते है की इस लोगो के डिज़ाइन के दौरान में कई सारे थॉट्स जोड़े जैसे देवनागरी स्क्रिप्ट से र लिया जो रुपए के फर्स्ट लेटर के तौर पर इस्तेमाल होता है उसके बाद इसमें एक स्ट्राइकनथ्रू लाइन का इस्तेमाल किया जो भारतीय झंडे को प्रदर्शित करता है। इसके बाद इस इंटरनेशनल डिज़ाइन देने के लिए इसे रोमन के R जैसा दिखया और इस तरह ये logo इंडियन करेंसी के तौर पर इस्तेमाल हुआ।
आधार LOGO
आधार के लोगो बनाने वाले अतुल एस पांडेय है। जिनके बारे में ज्यादा जानकारी सार्वजानिक नहीं है और उनसे जुड़ा एक ही फोटो उपलब्ध है जो उन्हें आधार के लांच के दौरान सम्मानित करते हुए लिया गया था।
अगर आधार के लोगो की बात करे तो इसके लोगो में थंब इम्प्रैशन देख सकते है जो की व्यक्ति की यूनिक आइडेंटिटी को प्रदर्शित करता है।
स्वच्छ भारत अभियान LOGO
गवर्नमेंट द्वारा चलाए गए लोगो डिज़ाइन प्रतियोगिता में स्वच्छ भारत अभियान के लोगो का स्वरुप निकल के आया। ये लोग भी प्रधानमंत्री मोदी के स्वच्छ भारत अभियान को प्रमोट करने के लिए इस लोगो को बनाया गया था।
इस लोगो में गाँधी जी के चश्मे पर दाई और स्वच्छ और बाई और भारत इसलिए लिखा गया क्योकि ये चश्मा गाँधी जी के स्वच्छ भारत के सपने को साकार होते हुए दिखता है। इस कमाल की सोच को सामने लाने वाले अनंत खसबरदार है जिन्होंने ने कंटेंट्स में भाग लेने के बाद इस डिज़ाइन को बनाया। LOGO में गाँधी जी के चश्मे के साथ साथ इस्तेमाल किया गया स्लोगन “एक कदम स्वछता की ओर” का क्रेडिट भाग्यश्री शेठ को जाता है जो LOGO को अपने आप में पूरा करता है।
एयर इंडिया महाराजा LOGO
ये लोगो उमेश राओ द्वारा स्केच किया गया था लेकिन इस लोगो को एयर इंडिया का रिप्रेंटेटर बनाने के लिए एयर इंडिया को मानने वाले बॉबी कूका थे। जिन्होंने 40s के दशक में इस लोगो को एयर इंडिया से जोड़ने की पेहल की और कामयाब रहे।
इस लोगो के पीछे उनका मानना था कि इस लोगो को महाराजा कहना बेहतर होगा लेकिंग ये महाराजा नहीं है क्योकि ये भारतीय स्वागत के अदभूत रिवाज को दिखता है जो अपने मेहमान के स्वागत के लिए तत्पर है।
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