विंस्टन चर्चिल, जिसने महात्मा गांधी को “अर्ध नग्न फकीर” कहा था , हो सकता है कि हमारे राष्ट्र पिता का प्रशंसक न हो, लेकि इस तथ्य को जानकर आपको गर्व होगा है कि 20वीं और 21वीं शताब्दियों के दुनिया के कुछ सबसे माने गए व्यक्तित्व के लिए महात्मा गाँधी रोल मॉडल है।
बराक ओबामा
2009 में, जब बराक ओबामा अमेरिका में वेकफील्ड हाई स्कूल में पहुंचे , तब एक 9वी ग्रैड के छात्र ने राष्ट्रपति से पूछा: “यदि आप किसी एक “जिन्दा या मृत”व्यक्ति के साथ डिनर करना चाहे तो वो कोन होगा?” ओबामा ने जवाब दिया: ” खैर, मृत या जिंदा, यह एक बहुत बड़ी सूची है लेकिन वो महात्मा गाँधी हो सकते है , जो मेरे रियल हीरो है।”
अल्बर्ट आइंस्टीन
अल्बर्ट आइंस्टीन और गांधी एक-दूसरे के बहुत बड़े प्रशंसक थे और अक्सर पत्रों का आदान-प्रदान करते थे। आइंस्टीन ने एक पत्र में गांधी को “आने वाली पीढ़ियों के लिए एक आदर्श मॉडल” बताते हुए उनके बारे में लिखा था। “मुझे विश्वास है कि गांधी के विचार हमारे समय में सभी राजनीतिक पुरुषों में सबसे प्रबुद्ध थे,”
नेल्सन मंडेला
अफ्रीकन गाँधी के नाम से मशहूर दक्षिण अफ़्रीकी लोगों के महान नेता नेल्सन मंडेला और 20 वीं शताब्दी के अपने हक़ लिए संघर्ष करने वाली बड़ी हस्ती अक्सर महात्मा गांधी को अपने महानतम शिक्षकों में से एक के रूप में मानती है “गांधी के विचारों ने दक्षिण अफ्रीका के परिवर्तन में काफी सहायता और एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है उनकी शिक्षा ने , नस्लवाद को खत्म कर दिया”
मार्टिन लूथर किंग,जूनियर
संयुक्त राज्य अमेरिका के महान ह्यूमन राइट लीडर मार्टिन लूथर किंग जूनियर ने कहा था , “क्राइस्ट ने हमें लक्ष्य दिए और महात्मा गांधी ने उन्हें पाने की रणनीति दी, किंग लूथर ने गाँधी के गैर-हिंसा वाले सोच को हथियार के रूप में अपनाया ताकि लाखों अफ्रीकी अमेरिकियों के हक़ के लिए लड़ सके।
स्टीव जॉब्स
स्टीव जॉब्स जब वर्ष 1997 में ऐप्पल में अपनी दूसरी पारी शुरू कर रहे थे , तो वह महात्मा गांधी के एक विशाल पोर्ट्रैट के सामने खड़े होकर दर्शको से भरे एक हॉल में ये शब्द कहे थे: “यहां पागल हैं, मिसफिट है , विद्रोहियों को परेशान करता हैं ,परेशानियों खड़ी करता है … क्योंकि जो लोग इतने पागल हैं कि सोचते है कि वे दुनिया बदल सकते हैं ये वही लोग होते है जो ऐसा करते है। “ऐसा माना जाता है कि महात्मा गांधी से प्रेरित होकर उन्होंने ये शब्द कहे थे।
रिचर्ड एटनबरो
फिल्म निर्देशक और निर्माता लॉर्ड रिचर्ड एटनबरो की फिल्म गांधी ने 1983 में ऑस्कर जीता। उन्होंने अपनी प्रेरणा के बारे में बताया कि उनके विचारो ने क्योकि “जब उनसे पूछा गया कि वे मानव में किस गुण की प्रशंसा करते है , तो महात्मा गांधी ने तुरंत जबाब दिया ‘साहस’ ,’अहिंसा’, डर की ढाल के रूप में कभी भी इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिए बल्कि यह तो बहादुरी का हथियार है।” उनके ऐसे विचारो ने मुझे उन पर फिल्म बनाने के लिए इंस्पायर किया।
आंग सान सू की
नोबेल शांति पुरस्कार विजेता और प्रमुख बर्मी स्वतंत्रता सेनानी आंग सान सू की, 2012 न्यूयॉर्क में कोलंबिया विश्वविद्यालय के छात्रों को संबोधित कर रही थी यहाँ उन्होंने कहा कि महात्मा गांधी का जीवन काफी गहरा प्रभाव है और उन्होंने छात्रों से गाँधी जी के कामो को पढ़ने का आग्रह किया।
दलाई लामा
तिब्बती लोगों के भिक्षु और निर्वासित नेता दलाई लामा ने हमेशा कहा है कि वह महात्मा गांधी के अनुयायी हैं। दोनों नेता इस विचार के प्रतिनिधि थे कि राजनीतिक परिवर्तन आध्यात्मिक विकास से ही संभव है। दलाई लामा ने ये भी कहा है कि , “महात्मा गांधी मेरे लिए सबसे बड़ी इंस्पिरेशन है । वह महान इंसान थे, उनके जीवन ने मुझे हमेशा प्रेरित किया है।”
हो ची मिन्ह
वियतनामी कम्युनिस्ट क्रांतिकारी नेता, हो ची मिन्ह, गांधी जी के प्रशंसक थे वे अक्सर कहते थे “मैं और अन्य ,क्रांतिकारक हो सकते हैं, लेकिन हम महात्मा गांधी के शिष्य हैं, प्रत्यक्ष या परोक्ष रूप से ,न इससे ज्यादा न इससे कम।
जॉन लेनन
ब्रिटिश संगीतकार और रेवोलुशनरी बैंड द बीटल्स, के सदस्य, जॉन लेनन का कहना है कि उनके संगीत पर सबसे ज्यादा प्रभाव गाँधी जी के आदर्शो और विचारो का है। जॉन और उनकी पत्नी योको ओनो ने दुनिया में नॉन वॉयलेंस इंटरेक्शन और वियतनाम युद्ध के अंत के लिए विरोध किया था।
अल गोर
पूर्व अमेरिकी उपराष्ट्रपति और पर्यावरणविद अल गोर ने गांधी पर उनके प्रभाव को स्वीकार किया, खासकर ग्लोबल वार्मिंग के खिलाफ उनकी लड़ाई, महात्मा गांधी का सत्याग्रह का आंदोलन एक ऐसी ताकत है जो हम सब को इस समस्या से एक साथ मिलकर लड़ने की प्रेरणा देती है ।
पर्ल एस बक
प्रसिद्ध अमेरिकी लेखक और उपन्यासकार, पर्ल एस बक ने महात्मा गांधी की हत्या के बाद यह कहा था: “वह सही थे,उन्हें मालूम था कि वे सही थे जिसने उन्हें मारा उसे भी पता था कि वह सही थे, हम सभी उन्हें सही मानते थे। उन्होंने कहा, ‘बहुत अंत तक विरोध करें’, लेकिन हिंसा के बिना। दुनिया के कई लोग आपके गांधी के योग्य होने की हिम्मत करते हैं। “
यू थेंट
संयुक्त राष्ट्र के तीसरे महासचिव, यू थेंट ने कहा था :उनके कई सिद्धांतों में सार्वभौमिक अनुप्रयोग और शाश्वत वैधता है, और मुझे उम्मीद है कि आने वाले वर्षों से पता चलेगा कि शांतिपूर्ण परिवर्तन और अहिंसक दबाव की प्रभावशीलता के लिए वे एजेंट के रूप में आज पूरी तरह से उचित है।
खान अब्दुल गफार खान
खान अब्दुल गफार खान, जिसे ‘फ्रंटियर गांधी’ भी कहा जाता है, एक राजनीतिक और आध्यात्मिक नेता था जो अहिंसा में महात्मा गांधी द्वारा अपनाए गए अंग्रेजों के विरोध के तरीकों और विपक्ष के तरीकों के लिए जाना जाते थे। दोनों करीबी दोस्त बने रहे और 1 947 तक एक-दूसरे के साथ काम किया।