जब दुनिया अपने पुराने और पारम्परिक ढर्रे पर चल रही होती है तब दुनिया में कुछ लोग इन नियमो से आगे बढ़कर कुछ कर जाते है और पूरी दुनिया को हैरान कर देते है ऐसा ही कुछ किया है एक भारतीय अमेरिकी बच्चे ने जिसका नाम है -तनिष्क अब्राहम।
11 साल की उम्र में की ग्रेजुएशन
टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक भारतीय अमेरिकी किशोर तनिष्क अब्राहम ने 11 साल की उम्र में कॉलिफोर्मिया कम्युनिटी कॉलेज से स्नातक की डिग्री प्राप्त करने के तीन साल बाद 14 वर्ष की उम्र में ही यूसी डेविस कॉलेज से बायोकैमिकल इंजीनियरिंग में डिग्री हासिल कर ली है।
14 साल की उम्र में इतना बड़ी उपलब्धि पाना करियर के लिहाज से उनके लिए मील का पत्थर साबित होगा। अभी 15 साल का होने में उन्हें कुछ समय बाकि है। फादर्स डे के मौके पर स्नातक की उपाधि पकडे हुए उनके शब्द थे “12 की उम्र से शुरू हुआ, 14 की उम्र पर समाप्त। मेरा विश्वास करो मैं एक इंजीनियर हूं!”
ये फादर्स डे का सबसे अच्छा गिफ्ट
तनिष्क की मां ताजी अब्राहम कहती हैं, “यह मेरे पति और मेरे पिता के लिए सबसे अच्छा फादर्स डे का उपहार था,”हम खुश हैं कि उनके दादा दादी जो हृदय रोगी (दोनों सेवानिवृत्त पशु चिकित्सा चिकित्सा पीएचडी डॉक्टर) हैं, तनिष्क ने बायोमेडिकल इंजीनियरिंग डिग्री के साथ स्नातक पूरी की।
ग्रेजुएट और डॉक्टरेट लेवल के छात्रों के साथ लिया क्रेश कोर्स में भाग
अपनी डिग्री प्राप्त करने के एक दिन बाद, तनिष्क और उनकी टीम ने यूसी डेविस मेडिकल सेंटर में ग्रैंड राउंड में अपनी सीनियर डिजाइन प्रोजेक्ट प्रेजेंटेशन दी।
उसके कुछ दिनों बाद, वे बायोमेडिकल इंजीनियरिंग सम्मेलन के लिए दक्षिणी कैलिफ़ोर्निया चले गए जहां तनिष्क ने अपनी इंजीनियरिंग सीनियर डिजाइन का प्रोजेक्ट प्रेजेंट किया ।
वापस आने के बाद, उन्होंने अन्य 45 प्रतिभागियों के साथ यूसीडी उद्यमिता अकादमी में तीन दिवसीय क्रेश कोर्स में भाग लिया जिसमें स्नातक के स्टूडेंट से लेकर , पोस्ट डॉक्टररेट तक के स्टूडेंट शामिल थे।
7 साल की उम्र तक पूरी की हाई स्कूल की पढ़ाई
5 साल की उम्र में उन्होंने अमेरिकी रिवर कम्युनिटी कॉलेज में दाखिला लिया। तनिष्क ने छह महीने से भी कम समय में एजुकेशन प्रोग्राम फॉर गिफ्टेड यूथ (EPGY) योजना के तहत स्टैनफोर्ड यूनिवर्सिटी द्वारा कराए जाने वाले मैथ कोर्सेज को पास कर लिया।
6 साल की उम्र में तनिष्क ने रसायन विज्ञान, पालीटोलॉजी, जीवविज्ञान, और भूविज्ञान जैसे विषयों में ऑनलाइन हाईस्कूल और कॉलेज स्तर की कक्षाएं लीं।
7 साल की उम्र में उन्होंने भूविज्ञान और खगोल विज्ञान के सिलेबस को पूरा करने के लिए दाखिला लिया और दोनों वर्गों में उन्होंने टॉप किया।
और तब तक उन्हें यूसी डेविस कॉलेज में स्वीकार कर लिया गया था, इसमें न केवल उनकी खुद की मेहनत थी बल्कि माता पिता का मार्गदर्शन भी था।
तो अब आगे क्या ? तनिष्क को पहले ही यूसी डेविस स्नातक कार्यक्रम में स्वीकार कर लिया गया है, जहां वह अगले चार या पांच वर्षों में पीएचडी कम्पलीट करने का प्लान बना रहे है । लेकिन उनका सपना अमेरिकी राष्ट्रपति बनने का है।
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