मेल बाल्डनेस यानि पुरूषों के गंजेपन पर आ रही दो फिल्में ‘बाला’ और ‘उजड़ा चमन’ क़ानूनी दांवपेच में फंस गई है। दरअसल इन दिनों आप गंजेपन पर आधारित आयुष्मान खुराना (Ayushaam Khurana) की फिल्म बाला (Bala) और सनी सिंह (Sunny Singh) की फिल्म उजड़ा चमन (Ujda Chaman) का ट्रेलर देख रहे होंगे। ये दोनों ही फिल्में पुरूषों के गंजेपन (Male Baldness) जैसे सामाजिक मुद्दे पर बनी हुई है। इन फिल्मों में आपको एक जवान आदमी को बाल झड़ने की समस्या से परेशान होते और उससे जूझते हुए दिखाया जायेगा। लेकिन अभी हाल ही में फिल्म ‘उजड़ा चमन’ के डायरेक्टर अभीषेक पाठक ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल कर आयुष्मान खुराना की फिल्म ‘बाला’ के निर्माता दिनेश विजन पर कॉपीराइट्स के उल्लंघन का इल्जाम लगाया है। बता दें कि गंजेपन जैसे सामाजिक मुद्दे पर बनी ये दोनों ही फिल्मे 8 नवंबर (उजड़ा चमन) और 7 नवंबर (बाला) को रिलीज हो रही है।
अभी हाल ही में उजड़ा चमन (Ujda Chaman) के डायरेक्टर अभीषेक पाठक ने बताया कि उनकी फिल्म उजड़ा चमन कन्नड़ फिल्म ‘ओंदू मोट्टेया काथे’ की रीमेक है। साल 2018 में डायरेक्टर अभीषेक पाठक ने इस फिल्म के राइट्स खरीदे थे। बाद में ये फिल्म एक्टर सनी सिंह के लीड रोल में बनकर तैयार हुई और इसे 8 नवंबर 2019 को रिलीज करना तय किया गया। लेकिन आयुष्मान खुराना की फिल्म बाला भी इसी सब्जेक्ट पर आधारित है और ये उजड़ा चमन (Ujda Chaman) से एक दिन पहले यानि 7 नवंबर को रिलीज हो रही है। एक ही मुद्दे पर बनी इन दोनों फिल्मों के क्लेश को देखते हुए डायरेक्टर अभीषेक पाठक ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है।
आपको बता दें कि इधर आयुष्मान खुराना की फिल्म ‘बाला’ के मेकर्स मैडोक फिल्म्स ने भी एक बयान जारी कर कहा कि हम पिछले कई महीनों से इस प्रोजेक्ट (बाला) पर काम कर रहे है। ये फिल्म गंजेपन जैसे सामाजिक मुद्दे पर बनी है। मैडोक फिल्म्स ने अपने बयान में कहा कि वह अपनी फिल्म बाला की मौलिकता के साथ मजबूती से खड़ी है। आपको बता दें कि ‘बाला’ और ‘उजड़ा चमन’ पर दायर की गई याचिक पर सुप्रीम कोर्ट में 4 नवंबर को सुनवाई की जाएगी।